Wednesday, May 6, 2020

बबीता फौगाट एक भारतीय कुशती पहलवान Babita phogat

बबीता फौगाट एक भारतीय कुशती पहलवान है। उन्होंने 2012 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता 
Video - https://youtu.be/Aw3Ilo-rbSQ
बबीता फौगाट का जन्म 20 नवंबर 1989 को बलाली गाँव, भिवानी ज़िला हरियाणा में हुआ था। उनके पिता का नाम महावीर सिंह फोगाट तथा उनकी माता का नाम दया कौर है। उनकी बहनों के नाम गीता फोगाट, रितु, संगीता है। उनकी सबसे छोटी बहन रितु फोगाट वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पहलवान हैं और 2016 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उनकी छोटी बहन, संगीता फोगाट भी एक पहलवान हैं

इनके ऊपर हाल ही में एक फ़िल्म भी बनी थी जिसका नाम था ‘दंगल’ इस फ़िल्म को लोगों की बहुत सराहना मिली और यह फ़िल्म सुपरहिट रही.

अपने कॉलेज की पढाई उन्होंने एम डी यू, रोहतक हरियाणा से की है. इन्होने पढाई तो की लेकिन कुश्ती से इन्हें समय कम मिल पता था, जिस वजह से ये अपने क्लासेज कम करती थी इनके शिक्षक इनकी मदद कर दिया करते थे.   

 6 साल की उम्र से ही बबिता अपने गाँव में अपने भाई बहनों के साथ कुश्ती की अभ्यास करती थी, वो गाँव में व्याप्त लड़का और लड़कियों में भेद देख कर दुखी होती थी और इस सोच को बदलने के लिए कोशिश करने के बारे में सोचती थी. इसमें उनका साथ उनके पिता ने दिया उनका ये मानना था कि लड़कियां किसी भी तरह से लड़कों से कम नहीं है. बबिता फोगाट के पिता कर्णम मल्लेश्वरी से बहुत प्रभावित थे, महावीर फोगाट के कोच चन्दगी राम ने ही उनको बोला था कि तुम अपनी अपनी बेटियों को भी पहलवानी में लाने के बारे में सोच सकते हो. इस तरह से फोगाट बहनों का कुश्ती में आने का रास्ता खुल गया और वो पहलवानी के अभ्यास कार्य में लग गई. उनके पिता ही उनके कोच भी थे. उनके पिता भी अपने समय के मशहुर पहलवान रह चुके है. उन्होंने अपनी बेटियों को अच्छी तालीम दी. 26 वर्षीय बबिता आज अपनी पहचान पूरी दुनिया में बना चुकी है
पंजाब के जालंधर में 2009 में कॉमनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप हुई थी, जिसमे इन्होने 51 किलो ग्राम के भार वाले कुश्ती में गोल्ड मेडल जीता था. 

2010 में दिल्ली में आयोजित हुई कॉमनवेल्थ गेम में इन्होने रजत पदक भी जीता है. ये जीत इनके करियर का एक अच्छा मोड़ साबित हुआ. 

इसके साथ ही 2012 के वर्ल्ड कुश्ती प्रतियोगिता में ब्रोंज मेडल भी प्राप्त किया है. 

फिर 2011 कॉमनवेल्थ कुश्ती चैम्पियनशिप में 48 किलो ग्राम के फ्रीस्टाईल में बबिता फोगाट ने गोल्ड मेडल जीता. 
2013 एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप टूर्नामेंट जोकि दिल्ली में आयोजित हुआ था, उसमे बबिता कुमारी ने उत्तर कोरिया की हान कुम ऑफ़ को 55 किलो ग्राम के फ्रीस्टाईल कुश्ती में हरा दिया था.

2014 का साल उनकी उपलब्धी के लिए नया आयाम था, 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों मे 55 किलो ग्राम की फ्रीस्टाईल कुश्ती में अपनी प्रतिद्वंदी स्कॉटलैंड की कथ्र्य्न मार्श को 4:1 से हराया. वह इंग्लैंड की लौइसा पोरोगोव्सका को हरा कर सेमी फाईनल में प्रवेश कर गई फिर कनाडा की ब्रित्तनी लावेर्दुरे को हराकर 3:1 से जीत हासिल की, और उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया. 2014 के राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में बबिता अपनी जीत को दोहरा नहीं पाई. वे इस प्रतियोगिता में ब्रोंज पदक ही जीत पाई.

2015 एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप में बबिता कुमारी फाइनल में जाकर उत्तर कोरिया की पाक योंग मि से अंतिम के 5 सेकेण्ड में हार गई थी, और फाईनल में पहूँचने का अपना मौका खो दी. 

2016 के रियो ओलिंपिक जोकि रियो डी जनेइरो में आयोजित हुआ था, में उन्होंने अपने चचेरे भाई विनेश फोगाट के साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया. वह ओलम्पिक के लिए भारतीय कुश्ती में तीसरी और अंतिम प्रविष्टी थी. वह क्वालीफाईग टूनामेंट में डोपिंग टेस्ट में फेल कर गई. वह 1-5 से पहले राउंड में ही हार गई.                        
बबिता फोगाट को भारत सरकार की तरफ से अर्जुन पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है.

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