Wednesday, May 6, 2020

रतनगढ़ माता मंदिर दतिया

सांप के काटने से मरने की कगार पर पहुंचे कई लोग आस्था के साथ रतनगढ़ के कुंअर बाबा के मंदिर में पहुंचते हैं । लोगों ने जयकारे लगाते ही कुछ पीडितों के मुंह से झाग निकलने लगा और सांप काटे के स्थान पर लगाया गया बंध खोलते ही सांप का शिकार बने लोग उठकर खड़े हो गए। पूरे देश के कई राज्यों से 5 हजार से ज्यादा सांप के काटे हुए लोग रतनगढ़ पहुचते हैं और ठीक हो जाते हैं 

दरअसल घने जंगल में दुर्गम पहाड़ी पर रतनगढ़ की माता का मंदिर बना हुआ है। 

लोगों का विश्वास है कि सांप काटने पर यदि कुंअर बाबा के नाम का बंध बांध लिया जाए, तो जहर का असर नहीं होता है। इसी आस्था के कारण उत्तर भारत के लाखों लोग इस मंदिर में दीपावली की भाईदूज के दिन यहां आकर सर्पदंश से पीडित लोगों के बंध खोलते हैं।


यहां आए सर्पदंश से पीडित लोगों के जैसे ही कुंअर बाबा का नाम लेकर बंध खोला हैं वैसे ही मरणासन्न व्यक्तियों को होश आ जाता है 

 एक अनुमान के मुताबिक हर साल करीब 5 हजार से ज्यादा सर्पदंश से पीडित लोग रतनगढ़ आते हैं और ठीक होकर अपने घर जाते हैं 


रतनगढ़ में सदियों से लोग अपने सर्प दंश खोलने आते हैं और यहां आते ही ठीक हो जाते हैं। लोगों का मानना है कि रतनगढ़ माता और कुंअर बाबा में अलौकिक शक्ति है, जिससे हर जहरीले सांप का असर यहां आते ही खत्म हो जाता है।

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